उनके लिए वानप्रस्थ धाम में विशेष कक्ष बुकिंग की व्यवस्था की जा रही है।
जो भी भक्त अपने बुढ़ापे में प्रभु के धाम में रहना चाहते हैं,
वे यहाँ एक साधक की तरह जीवन जी सकते हैं —
जहाँ सुबह भजन, दोपहर में सत्संग, और शाम को शांति से आरती का आनंद मिले।
वृद्ध माताओं और पिताओं के लिए निःशुल्क निवास और भोजन व्यवस्था
दैनिक आरती, सत्संग और ध्यान कार्यक्रम
स्वास्थ्य सुविधा और समय-समय पर मेडिकल चेकअप
भक्ति संगीत, कथा और प्रवचनों का वातावरण
जीवनभर सेवा के लिए समर्पित सेवादल
पूर्णतः आध्यात्मिक और प्रेमपूर्ण माहौल